थराली में 31 मई को उड़ेगा अबीर गुलाल, आतिशबाजी होगी फूल मालाएं पड़ेंगी, उपचुनाव का कार्यक्रम तय

बाबा प्रणाम, जीते रहो बच्चा, बेचैन क्यों हो ?

नहीं बाबा बेचैन मैं नहीं वो हैं, बिगुल बज गया है बाबा, उत्तराखंड के चमोली जिले में उपचुनाव की रणभेरी बज चुकी है। कांग्रेस ने अपने पुराने उम्मीदवार पर दांव खेला है जबकि भाजपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने थराली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है।

बाबा चुनाव आयोग के मुताबिक बाबा 3 मई को अधिसूचना जारी होगी। नामांकनों का दौर 10 मई तक चलेगा और 14 मई नाम वापसी की आखिरी तारीख तय की गई है।  28 मई को थराली विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए वोट डाले जांएगे और 31 मई को बेकाबू सांसों को करार आ जाएगा।

कहीं अबीर गुलाल उड़ेगा. आतिशबाजी और फूलमालाओं का दौर होगा तो कहीं खामोशी से हार के कारण तलाशे जाने की बात होगी तो कुछ दूसरे उत्तर भी मिलेंगे यानि 31 मई को मतगणना होगी नतीजे सामने आ जाएंगे। 

बाबा आपको पता ही है कि थराली सीट बीजेपी विधायक मगन लाल शाह के निधन से खाली हुई है। बावजूद इसके बीजेपी ने अभी अपना उम्मीदवार तय नहीं किया है बाबा। हालांकि बाबा कहा जा रहा है कि भाजपा स्वर्गीय मगनलाल के परिवार पर ही दांव खेलेगी तकि वफा और इमोशनल कार्ड दोनों का इस्तमाल बखूबी से हो जाए।

लेकिन बाबा असल बात ये है कि उपचुनाव ऐसे माहौल में हो रहा है जब गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाने की मांग पुरजोर तरीके से की जा रही है। बाबा क्या इसका असर भी पड़ सकता है इस उपचुनाव पर।

बच्चा भविष्य को जानने की उत्सुकता को न जगा जो होगा विधि के मुताबिक ही होगा। असल बात ये है बच्चा कि ये उपचुनाव टीएसआर सरकार के लिए अग्निपरीक्षा भी है। कुछ ऊंच-नींच हो गई तो नाक पर बन जाएगी।  

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