राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा है कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति और विरासत की परिचायक है

देहरादून:  उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के नवें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति के रूप मे उपस्थित राज्यपाल लेफ्टिनेंट (सेवानिवृत) जनरल गुरमीत सिंह ने की शिरकत उन्होंने ट्वीट किया, “वेदों की पवित्र वाणी मन्त्रमुग्ध करने वाली है, देववाणी संस्कृत दैवीय आध्यात्मिक शक्ति के साथ ही वैज्ञानिक चिंतन से पूर्ण भी है। “राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा है कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति और विरासत की परिचायक है। अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए संस्कृत सीखना बहुत जरूरी है।

राज्यपाल ने हरिद्वार में संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को उपाधि प्रदान कीऔर कहा मेरा मानना है कि आज देश और समाज को विश्व शांति और समाज के कल्याण के लिए संस्कृतभाषा की बहुत आवश्यकता है”l “मुझे बेहद खुशी हुई कि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के नवम दीक्षांत समारोह में भी हमारी बेटियों नें अधिक संख्या में गोल्ड मेडल प्राप्त किए हैं। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा है कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति और विरासत की परिचायक है। अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए संस्कृत सीखना बहुत जरूरी है। राज्यपाल ने आज हरिद्वार में संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को उपाधि प्रदान की।

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