'ओ तेरे की' रिश्वत देकर सेना मे भर्ती CBI ने किया 23 लोगों को नामजद, सेना के कई अधिकारी भी जद मे

ब्यूरो रिपोर्ट

नई दिल्ली: सेना में भर्ती के नाम पर भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपना शिकंजा कसा है। सीबीआई ने सेवा चयन बोर्ड केंद्रों के जरिए सेना में अफसरों की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार को लेकर लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के पांच अधिकारियों, 12 अन्य कर्मियों और छह असैन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मामले के संबंध में दिल्ली के छावनी स्थित बेस अस्पताल समेत 13 शहरों के 30 स्थानों पर तलाशी ली गई है। उन्होंने बताया कि यह तलाशी अभियान कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापत्तनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहाट और चिरांग में चलाया गया। उन्होंने बताया कि सेना हवाई रक्षा कोर का लेफ्टिनेंट कर्नल एमसीएसएनए भगवान भर्ती गिरोह का कथित मास्टरमाइंड है और उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी के अनुसार, 'तलाशी के दौरान भर्ती प्रक्रिया से संबंधित कई अपराध-संकेती दस्तावेज बरामद किए गए हैं जिनकी आगे की तहीकात के लिए जांच की जा रही है।'

सीबीआई ने ब्रिगेडियर (सतर्कता) वीके पुरोहित की शिकायत पर कार्रवाई की है। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि 28 फरवरी 2021 को जानकारी मिली की नई दिल्ली के बेस अस्पताल में अस्थायी तौर पर खारिज किए गए अधिकारी अभ्यर्थियों की समीक्षा चिकित्सा परीक्षा को पास कराने के लिए सेवारत कर्मी कथित रूप से रिश्वत लेने में शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि शिकायत में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल भगवान फिलहाल अध्ययन अवकाश पर हैं और नायब सुबेदार कुलदीप सिंह एसएसबी केंद्रों में संभावित अधिकारी अभ्यर्थियों से रिश्वत मांगने में कथित रूप से शामिल है।

 

सेना के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर केस

उन्होंने बताया कि एजेंसी ने सेना के 17 कर्मियों, अधिकारियों के संबंधियों समेत छह असैन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला रिश्वत मांगने और रिश्वत दिलाने के आरोपों में दर्ज किया गया है। एजेंसी ने कहा कि 31 एसएसबी केंद्र उत्तर के लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह, 6 माउंटेन डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल वाईएस चौहान, भर्ती महानिदेशालय के लेफ्टिनेंट कर्नल सुखदेव अरोड़ा, लेफ्टिनेंट कर्नल विनय, जीटीओ, चयन केंद्र दक्षिण, बेंगलुरु और मेजर भावेश कुमार ने कथित रूप से अभ्यर्थियों के चयन में मदद की।

उन्होंने बताया कि आरोप है कि अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों को कई लाख रुपये की रिश्वत दी गई. लेफ्टिनेंट कर्नल सुरेंद्र सिंह और मेजर भावेश कुमार ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से 10-15 अभ्यर्थियों से रिश्वत की अघोषित राशि प्राप्त की थी। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने मेजर भावेश कुमार की पत्नी देवयानी, उनके पिता सुरेंद्र कुमार और मां ऊषा कुमावत को पैसे लेने के आरोप में प्राथमिकी में नामज़द आरोपी बनाया है।

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