दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के बयान पर पलटवार
दिल्ली/शिमला : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने हिमाचल के शिक्षा मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि वह हिमाचल की बदहाल शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान दें। हिमाचल के बच्चों की शिक्षा के लिए बने स्कूलों और कालेजों पर ध्यान दें, जिनकी हालत भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बर्बाद हो गई हैं, उन पर ध्यान दें। हिमाचल प्रदेश के 85 फीसदी स्कूलों में कंप्यूटर नहीं हैं। आधे स्कूलों पर खेल का मैदान ही नहीं। यह हाल है हिमाचल प्रदेश के बदहाल स्कूलों की। हिमाचल की सरकार ने पूरी शिक्षा व्यवस्था का बेड़ागर्क करके रखा है और शिक्षा मंत्री आम आदमी पार्टी को ज्ञान दे रहे हैं।
- शिक्षा मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में स्कूलों की हालत बदतर
मनीष सिसोदिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को छोड़ दीजिए, शिक्षा मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के स्कूल कॉलेजों की हालत बदतर है। वहां की स्कूल भवन बदहाल और जर्जर हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं तो कहीं एक कमरे के स्कूल में पांच कक्षाएं लग रही हैं। जो शिक्षा मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों की हालत को नहीं सुधार सकता उससे पूरे हिमाचल प्रदेश की शिक्षा सुधारने की क्या उम्मीद की जा सकती है।
- आम आदमी पार्टी हिमाचल में शिक्षा, स्वास्थ्य ,रोजगार और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दमखम से चुनाव लड़ेगी
मनीष सिसोदिया ने दावे के साथ कहा कि आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दे को भी आम जनता के बीच लेकर जाएगी। आम आदमी पार्टी हर मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी। सिसौदिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आप को जनता का बहुत समर्थन मिल रहा है। आप की सदस्य संख्या भी लाखों में पहुंच गई है। कुल्लू की तिरंगा यात्रा में उमड़े जनसैलाब ने बता दिया है कि अब भाजपा की सरकार जाने वाली है और जनता आम आदमी पार्टी को एक मौका देने को तैयार है।
- शिक्षा मंत्री अनाप-शनाप बयान जाहिर कर रहे हैं भाजपा कितनी डरी हुई है
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के शिक्षा मंत्री का बयान बता रहा है कि वह आम आदमी पार्टी से कितने डरे हुए हैं। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बजाय अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। जिससे साबित हो रहा है कि उनको अपनी सियासी जमीन खिसकती नजर आ रही है। अब हिमाचल में एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा का सिस्टम नहीं चलेगा जनता विकल्प तलाश कर रही थी, जो अब आम आदमी पार्टी के रुप में जनता को मिल गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के दिल्ली मॉडल को जनता देख चुकी है। जनता हिमाचल में शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं बेहतर करने के लिए अब आम आदमी पार्टी को पहले विकल्प के रुप में पसंद कर रही है।
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